सुविचार
अपनों के लिए चिंता हृदय से होनी चाहिए शब्दों से नहीं और अपनों के लिए गुस्सा शब्दों से होना चाहिए हृदय से नहीं ।
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अपनों के लिए चिंता हृदय से होनी चाहिए शब्दों से नहीं और अपनों के लिए गुस्सा शब्दों से होना चाहिए हृदय से नहीं ।
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