चंद्रमा होगा कमजोर तो किसी काम में नहीं लगेगा मन, आपको भी है ये दिक्कत? ज्योतिषी से जानें उपाय।
चंद्र ग्रह आपकी कुंडली भाव में कमजोर स्थिति में होती है तो व्यक्ति का मन बहुत ही चंचल हो जाता है. खासकर अगर कोई विद्यार्थी है तो पढ़ाई में मन नहीं लगेगा. वह बैठेगा तो तरह-तरह के विचार उसके मन में आने लगेंगे.
कई बार ऐसा देखा जाता है कि किसी व्यक्ति का मन बहुत ही चंचल होता है.इतना की एक जगह टिकता नहीं या फिर एक जगह स्थिर बैठ नहीं पाते है. उसके चेहरे का चमक फीका पड़ जाता है. चेहरे में हमेशा मायूसी छाई रहती है. दरअसल, इन सब चीजों का एक प्रमुख कारण है जो आपके कुंडली भाव के चंद्र ग्रह से जुड़ा हुआ है.
चंद्र ग्रह आपकी कुंडली भाव में कमजोर स्थिति में होती है तो व्यक्ति का मन बहुत ही चंचल हो जाता है. खासकर अगर कोई विद्यार्थी है तो पढ़ाई में मन नहीं लगेगा. वह बैठेगा तो तरह-तरह के विचार उसके मन में आने लगेंगे.
जब चंद्र ग्रह कमजोर होता तब ये आते है बदलाव।
जब चंद्र ग्रह कमजोर होता है तो मन की चंचलता के साथ किसी भी चीज में संतुष्टि प्राप्त नहीं होगी. जब संतुष्टि प्राप्त नहीं होगी तो व्यक्ति के चेहरे पर हर चीज को लेकर एक मायूसी देखी जाएगी. चेहरे पर टेंशन व चिंता रहती है. इसलिए चेहरे की चमक फीकी पड़ जाती है. चाहे आपके पास जितनी भी धन दौलत क्यों न हो. आप हमेशा मायूस या शिकायत करने वाले व्यक्ति ही रहेंगे. इसके अलावा ऐसे व्यक्ति को कोई एक काम को अगर लगातार करने को आपको कह दिया जाए तो ऐसा व्यक्ति नहीं कर पाएगा. क्योंकि, उसका मन इधर-उधर भटकते रहेगा. इसलिए मंजिल पाना इनके लिए बड़ा मुश्किल हो जाता है. ऐसे में कुंडली भाव में चंद्र ग्रह को मजबूत करना जरूरी होता है. तब जाकर व्यक्ति का मन स्थिर होता है और उसे आत्म संतुष्टि मिलती है.
ऐसे करें चंद्रग्रह को मजबूत।
अगर आपका चंद्र ग्रह कमजोर है. ऐसी कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको खासकर पूर्णिमा के दिन चांद को अर्घ्य देना चाहिए. इसके अलावा हर सोमवार ओम नमः शिवाय का जप व अपने नजदीकी शिव मंदिर जाकर शिव भगवान पर जल चढ़ाना और पूजा अर्चना करना कुंडली भाव में चंद्र को मजबूत करने का काम करता है. इसके साथ ही कुछ देर हर दिन कोशिश करें ध्यान में बैठने की इससे एकाग्रता बढ़ती है.
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