*!! बलिदान !!*
एक बार की बात है, एक व्यक्ति भगवान के सामने बलिदान देने के लिए तैयारी कर रहा था. बकरियां और भेड़ों को एक साथ कत्ल करने के लिए खरीदा गया था.
जब बलिदान का दिन आया, तो भगवान ने मनुष्य से मुलाकात की और उन्होंने कई चीजों पर चर्चा की.
अंत में भगवान ने, मनुष्य की पवित्रता के बारे में बात की.
भगवान ने कहा, “जीवों को कत्ल करना पाप है. किसी भी निर्दोष जीवों को कत्ल करके, आपको पापों और भ्रमों से छुटकारा नहीं मिल सकता है.”
भगवान का वचन, मनुष्य की आत्मा के गहरे तक गया.
वह समझ गया कि, “शुद्ध दिल और ईमानदारी तरीकों से भगवान का पूजा करना, बलिदान से कई अधिक मूल्यवान है.
व्यक्ति ने फैसला किया कि उन जानवरों को आजादी दी जानी चाहिए और कत्ल करने के बजाए, उन्हें अपनी मर्जी से अपनी जिंदगी जीने के लिए आजाद छोड़ देना चाहिए.
*शिक्षा:-*
हमें किसी भी निर्दोष प्राणी को नहीं मारना चाहिए वह सभी भगवान की संतान हैं.
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